स्टार न्यूज़ एमपी डेस्क/भिण्ड
पद का दुरुपयोग कर कूटरचित दस्तावेजों के ज़रिए फर्जी रजिस्ट्री करने बाले भिण्ड सब रजिस्टार सुनील शर्मा सहित फर्जीवाड़ा में शामिल सभी आठ लोगों के ख़िलाफ़ भिंड न्यायालय के निर्देश पर देहात थाना में एफ़आइआर दर्ज हुई है, मामला करोड़ों की ज़मीन की धोखाधड़ी का है, दरअसल 11 महीने पहले भिंड के बरोही थाना अंर्तगत पृथ्वीपुरा के रहने वाले राजवीर मिर्धा को पता चला कि गाँव में उनकी खेती की जमीन किसी राजवीर नाम के ही अन्य व्यक्ति के द्वारा बेच दी गई है. फरियादी ने पता लगाया तो जानकारी मिली ये जमीन भिंड के गोविन्दनगर में रहने वाले किसी हरिज्ञान शर्मा और भिंड के गांधी नगर की रहने वाली बेबी खटिक के नाम पर रजिस्ट्री कराई गई है. उनके पास खेती की रजिस्ट्री भी उपलब्ध थी जिसमे राजवीर के नाम से जमीन विक्रय बतायी गई, अपने साथ हुए धोखे को लेकर फरियादी राजवीर मिर्धा ने पुलिस में मामले की शिकायत करने का प्रयास किया लेकिन वहाँ रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया गया, जब इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आख़िर में परेशान हो कर उसने भिंड न्यायालय में न्याय की गुहार लगायी, कोर्ट के निर्देश पर मामले में जाँच करायी गई तो पता चला कि मामले में जमीन बेचने वाला आरोपी, ख़रीदने वाले दोनों आरोपी के साथ साथ मौजा पटवारी, दो गवाह और भिंड के सब रजिस्ट्रार(उप पंजीयक) सुनील शर्मा और सर्विस प्रोवाइडर ने मिली भगत कर करोड़ो कीजमीन खुरदबुर्द करने का कारनामा किया गया है।

फ़रियादी पक्ष के वकील रामकिशोर शर्मा ने बताया कि इस मामले में धोखाधड़ी कर जमीन ख़रीदने वाले हरिज्ञान शर्मा और बेबी खटिक ने यह ज़मीन एक राजवीर नाम के अन्य व्यक्ति के द्वारा भिण्ड सब रजिस्टार सुनील शर्मा के सहयोग से हड़पने का प्रयास किया है, इसके लिए मौजा पटवारी पूर्वा शर्मा ने कूटरचित दस्तावेज तैयार किए उन्होंने भू अधिकार ऋण पुस्तिका पर आरोपी राजवीर का फोटो लगाकर प्रमाणित किया इसके बाद सर्विस प्रोवाइडर सुघर सिंह नरवरिया ने इस ज़मीन के ख़रीद फरोख्त के फ़र्ज़ी दस्तावेज तैयार करने के लिए वायनामा में आरोपी राजवीर का एक तरफा आधारकार्ड अपलोड किया. जिससे उसकी असली पहचान उजागर ना हो सके,जबकि नियमानुसार नाम के अलावा संबंधित की सभी जानकारी कार्ड की दूसरी और होने के चलते आधार कार्ड दो तरफा अपलोड किया जाता है, वहीं रजिस्ट्री के लिए यह ज़मीन के कागजात पंजीयन कार्यालय में उप पंजीयक द्वारा वेरीफाई और प्रमाणित और संपादित किए जाते हैं, जो भिंड के सब रजिस्ट्रार सुनील शर्मा ने बिना जाँच अधूरे आधार कार्ड के बावजूद संपादित कर दिये, ऐसे में उनकी संलिप्तता भी मानी गई, वहीं इस केस में जमीन की ख़रीद फ़रोख़्त में गौरव आर्य और पवन शर्मा भी इस षड़यंत के बारे में जानते हुए भी गवाह बने थे यह बात सामने आने के बाद पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई कर रही भिंड सेशन कोर्ट ने पूर्व में संपादित रजिस्ट्री को कैंसिल कर मामले में लिप्त सब रजिस्ट्रार सुनील शर्मा, मौजा पटवारी पूर्व शर्मा समेत दोनों गवाह, सर्विस प्रोवाइडर और क्रयकर्ता और विक्रयकर्ता को आरोपी मानते हुए FIR कराने के लिए विचारण न्यायलय को निर्देश दिये थे और विचारण न्यायलय के द्वारा आठों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के लिए FIR के आदेश दिये जारी किए थे, सीएसपी अरुण उईके ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर देहात थाना में सभी आठ आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, वहीं मौजा पटवारी पूर्वा शर्मा और सब रजिस्ट्रार सुनील शर्मा के शासकीय कर्मचारी होने के चलते दोनों के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत भी मामला दर्ज हुआ है।


Author: Star News MP



