
भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा की जवाब में कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है, कांग्रेस द्वारा जन आक्रोश यात्रा निकालने का मकसद आम जनता को भारतीय जनता पार्टी के बीते 18 साल के शासनकाल की कमियों को निकाल कर जनता के सामने रखना है, मुरैना के बाद शुक्रवार शाम जन आक्रोश यात्रा ने भिंड में प्रवेश किया और यात्रा की पहली आम सभा मेहगांव विधानसभा के गोरमी नगर में हुई, दूसरे दिन शनिवार को एक बार फिर जन आक्रोश यात्रा मालनपुर से शुरू होकर गोहद विधानसभा होते हुए मेहगांव विधानसभा पहुंची और सरस्वती स्कूल के सामने ग्राउंड में आम सभा का आयोजन किया गया, यह जनआक्रोश यात्रा मेहगांव विधानसभा के टिकट दावेदारों के लिए कई सवाल भी छोड़ गई है, जहां मेहगांव विधानसभा से दो दर्जन से अधिक टिकट दावेदार घूम रहे थे उनमें कुछ ही लोगों ने स्वागत मंच वह भी खानापूर्ति के लिए सजाए थे, बाकी टिकट दावेदारों के कार्यक्रम के होर्डिंग बैनरों भी नजर नहीं आ रहे थे।

-होर्डिंग बैनर लगाने दावेदारों में दिखा कम्पटीशन,
मेहगांव में यात्रा का मुख्य रूप से स्वागत प्रचार प्रसार और होर्डिंग बैनर प्रमोद चौधरी धनु और राहुल भदोरिया द्वारा विशेष रूप से एक दूसरे के कंपटीशन पर किया गया, स्थानीय सूत्रों की माने तो मेहगांव विधानसभा वार्ड क्रमांक 12 से कई टिकट के दावेदार अपने आप को टिकट की दौड़ से बाहर मानकर खर्चा बचाने में लग गए है, चौराहे की चर्चाओं के अनुसार मेहगांव विधानसभा के कांग्रेस टिकट के दावेदारों में तीन दाबेदार ही मुख्य रूप से मैदान में बचे हैं, जिनमे प्रमुख रूप से प्रबल दावेदार चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी, राहुल सिंह भदोरिया और प्रमोद चौधरी धनु है, धनवल की धमक से मेहगांव विधानसभा से लेकर भोपाल और दिल्ली तक टिकट के लिए अपने नाम की चर्चा करवाने में प्रमोद चौधरी धनु सफल रहे हैं, बीते 6 माह से प्रमोद चौधरी कांग्रेस पार्टी के मेहगांव विधानसभा से लेकर ग्वालियर तक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भाग लेने के कारण अपने नाम को टिकट दावेदारी की लाइन में बना रखा है,हालाँकि हर पार्टी में प्रत्येक कार्यकर्ता को टिकिट माँगने का अधिकार है।

-सभा के दौरान खाली दिखी कुर्सियां,
टिकिट दावेदारों के मंच पर भारी भीड़ दिखी तो मेहगांव की जनआक्रोश यात्रा में मंच से नेता प्रति पक्ष के भाषण के दौरान सभा मे खाली पड़ी कुर्सियां कांग्रेस में आपसी खीचतान की कहानी स्पष्ठ बता रही थी, मेहगांव विधानसभा क्रमांक 12 ब्राह्मण और ठाकुर बाहुल्य विधानसभा है,कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां जातिगत आधार पर टिकट वितरण करती है, ऐसे में पूर्व मंत्री ओपीएस भदोरिया का टिकट रिपीट होता है तो कांग्रेस को ब्राह्मण कैंडिडेट उतरना उसकी मजबूरी होगी, अगर बीजेपी ओपीएस भदोरिया का टिकट काटकर ब्राह्मण कैंडीडेट को उतारती है तो कांग्रेस को छत्रिय कैंडिडेट पर दाव लगाना होगा।
-कांग्रेस और भाजपा के कुछ नेता कर सकते हैं दल बदल,
आगे सूत्रों की मानें तो कुछ बीजेपी नेता भारतीय जनता पार्टी में टिकट की दौड़ से बाहर होने के बाद भोपाल और दिल्ली स्थित कांग्रेस नेताओं के संपर्क में गुपचुप तरीके से रहकर कांग्रेस के टिकट के लिए प्रयासरत है,बहीं कुछ स्थानीय कांग्रेस नेता तो भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में है और अपना भविष्य भाजपा में तलाश रहे है।





Author: Star News MP



