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विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सामाजिक संगठन भी अब सरकार पर दबाव डालने के लिए आए आगे, राजपूत समाज भी अपनी मांगो को लेकर शुरू की राजपूत स्वाभिमान पदयात्रा।

मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे शासकीय नौकरी पेसा कर्मचारियों के संगठनों के अलावा सामाजिक संगठन भी अब अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव डाल रहे हैं, एक और प्रदेश भर के 15 हजार से अधिक पटवारी हड़ताल पर है तो दूसरी ओर चंबल अंचल के हजारों राजपूत समाज के युवा ग्वालियर से लेकर भिंड तक राजपूत स्वाभिमान पद यात्रा निकाल रहे हैं 3 सितंबर को ग्वालियर के महाराणा प्रताप चौराहे से शुरू हुई राजपूत स्वाभिमान यात्रा 7 सितंबर को भिंड के महाराणा प्रताप चौराहे पर विशाल रैली के रूप में यात्रा का समापन होगा, राजपूत स्वाभिमान यात्रा की अगुवाई कर रहे संतोष भदौरिया का कहना है कि अगर उनके मांगे नहीं मानी जाती है तो राजपूत समाज भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों का चुनाव में विरोध करेगा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भिंड आते हैं तो उनको काले झंडे दिखाए जाएंगे और भिंड में प्रवेश करने से रोकने का काम राजपूत समाज करेगा। संतोष भदौरिया ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार से उनकी चार प्रमुख मांगे हैं जिनमे,


1- मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिले में राजपूत छात्रावासों का निर्माण हो और पहले से स्थित बंद राजपूत छात्रावासों को दोबारा चालू कराया जाए
2-दूसरी उनकी मांग है राजपूत इतिहास संरक्षण के लिए अलग से आयोग का गठन हो और इतिहास के संरक्षण के लिए प्रत्येक जिले में संग्रहालय बनाया जाए
3- राजपूत समाज को अलग से आरक्षण दिया जाए
4- फर्जी लगाए गए एससी एसटी एक्ट के मामले वापस लिए जाएं और में गिरफ्तारी से पहले जांच हो।

Star News MP
Author: Star News MP

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