प्रदीप शर्मा/भिण्ड
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में पिछले कई दशकों से लोगों का रूढ़िवादी नजरिया रहा है, और बेटियों को बोझ समझकर उन्हें गर्भ में ही नष्ट कर दिया जाता रहा था, लेकिन भिण्ड जिले में वही एक ऐसी सोच भी सामने आई जिसने बेटियों को पैदा होते ही सम्मान का दर्जा देकर उन्हें लाडली लक्ष्मी के रूप में गृह प्रवेश करना शुरू किया, ऐसी ही सोच रखने वाले एक दर्जन युवाओं ने एक अनोखी पहल करते हुए पांच साल पहले समाज में बेटियों के प्रति लोगों की सोच बदलने का जिम्मा उठाया जिसके चलते इन लोगों ने किरतपुर संगठन मैनेजमेंट ऑफ़ पावर्टी यानी कि कैंप नाम की एक संस्था बनाई थी इस संस्था के लोग बेटियों के पैदा होने पर उनके घर जाकर फूलों से सजावट कर ढोल नगाड़ों से बच्ची का स्वागत कार्यक्रम करते हैं, दरवाजे को फूलों से सजाया जाता है नन्ही परी का तुलादान पैरों की छाप और कलश कार्यक्रम कराया जाता है जिससे आसपास ओर देखने बाले लोगो मोटी वेट हो और उनकी सोच बदले,भिंड जिले में किसी के भी घर बेटी हो तो बस एक फोन कॉल पर संस्था के सदस्य नंन्ही परी के घर पहुंच कर परिवार की खुशियां दोगुनी कर देते है, आज इस संस्था ने मेहगांव के सुरेश चौधरी के घर पैदा हुई नातिन का गृह प्रवेश कराया और इसी के साथ ही कैंप संस्था ने बेटी का स्वागत करते हुए बड़े स्तर पर लोगों की सोच बदलने का काम किया है,बही इस संस्था के सदस्य कार्यक्रम के बदले किसी भी प्रकार का शुल्क नही लेते है,संस्था के सदस्य तिलक सिंह भादरिया ने स्टार न्यूज़ को बताया कि भिण्ड जिले के अलावा,अन्य जिलों के साथ अन्य प्रदेशो में भी कार्यक्रम करा चुके है यह उनकी संस्था का 140 वां कार्यक्रम था।



Author: Star News MP



