त्योहारों का सीजन आते ही चंबल अंचल में मिलावट माफिया सक्रिय हो जाते और खाद्य पदार्थों में मिलावट की कर लाखों रुपए का मोटा मुनाफा कमाने के साथ-साथ लोगों की सेहत से भी खिलवाड़ करते हैं, इन दिनों अंचल में दूध में मिलावट माफिया सक्रिय होकर मिलावट कर लाखों लीटर मिलावटी दूध जिले और जिले से बाहर अन्य प्रदेशों में भी सप्लाई कर रहे हैं जबकि भिंड जिले में दूध की सप्लाई उत्पादन से कई गुना है,दूध और मावा में इस मिलावट के खेल को खाद्य सुरक्षा अधिकारी रीना बंसल भी स्वीकार करते हुए भिंड जिले में मिलावटी दूध तैयार होने की बात को स्वीकार करते हुए कहती हैं कि बीते एक साल में मिलावट माफियाओं पर छापा मार कार्यवाही कर 70 से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज करबा कर मिलावट माफियाओं को जेल की हवा खिलाई है,लेकिन मिलावट माफिया ग्रामीण और बीहड़ी अंचलों में अपने इस मिलावट के कारोबार को बे रोकटोक संचालित करते हैं, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कहती है कि दूध में नकली जैसा कुछ नहीं होता है लेकिन मिलावट जरूर होती है दूध की क्रीम निकाल कर दूध में रिफाइंड आयल और केमिकल डालकर उस मिलावटी दूध को मार्केट में सप्लाई कर देते हैं, उसको चाहे नकली दूध कह सकते हैं या फिर मिलावटी दूध कह सकते हैं, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर मनीष शर्मा का कहना है कि इस मिलावटी दूध पीने से बच्चों और बड़ों की सेहत पर खासा असर पड़ता है यहां लोगों की पेट लीवर और किडनी के अलावा कैंसर से संबंधित बीमारियां बढ़ रही है, वही जब डेयरी संचालक से बात की तो उनका कहना था कि चंबल अंचल को मिलावट के लिए बदनाम किया जाता है,लेकिन ऐसा नहीं है कंपनियां जिस प्रकार टोंड और फुल क्रीम दूध बेचती है उसी प्रकार डेरीयों का दूध भी क्रीम निकाल कर और फुल क्रीम दूध कम और ज्यादा रेट पर बेचा जाता है प्रशासन भी समय-समय पर उनकी जांच कर सैंपल इनकी कार्रवाई करता है लेकिन प्रशासन द्वारा 70 लोगों पर एफआईआर अपने आप में साबित करती किस जिले में नकली दूध का कारोबार बड़े पैमाने पर संचालित होता है।

Author: Star News MP



